कैसे रहे हेल्थी

कुछ ऐसे फैक्ट्स जो आपके स्वास्थ्य से संबंधित है। आइये जाने इनके बारे में। १. कब्ज एक ऐसी बीमारी है जिसकी वजह से आप 90 % बीमारियो के शिकार हो सकते है। इसीलिए कभी भी कब्ज न होने दे२. मासाहार के सेवन से १६० प्रकार के रोग हो सकते है।३. दूषित जल 100 से अधिक… Continue reading कैसे रहे हेल्थी

एक साधा जीवन खुशियो का खजाना होता है

एक साधा जीवन खुशियो का खजाना होता है। आपने खान पान को जितना पौष्टिक और साधारण रखेंगे उतना ही आपकी सेहत और स्वास्थ्य के लिए उपयुक्त होगा। दिखावे और फैशन से भरपूर इस दुनिया में खुद को सरल रखिये। यही खुशियो की चाबी है। जितने भी सफल और कामयाब इंसान आप देखेंगे तो आप उनका… Continue reading एक साधा जीवन खुशियो का खजाना होता है

आज हम जानते है उच्च रक्तचाप पर पोटैशियम का प्रभाव

उच्च रक्त चाप  यानि हाई ब्लड प्रेशर शरीर की उस पर्तिकिर्या को कहते है जब ब्लड वेसल्स ( खून की नलिया ) संकुतित हो जाती है और हमारे  दिल यानि हार्ट को ज्यादा खून (ब्लड) पम्प करना पड़ता है। ब्लड वेसल्स के संकुतित हो जाने से शरीर के महत्वपूर्ण अंगो को खून की सप्लाई बादित होती… Continue reading आज हम जानते है उच्च रक्तचाप पर पोटैशियम का प्रभाव

किसी भी कंपनी या फ्रेंचाइजी डिस्ट्रीब्यूटर्स के लिए उसका दूसरा और तीसरा साल उसकी दिशा तय करता है

किसी भी कंपनी या फ्रेंचाइजी डिस्ट्रीब्यूटर्स के लिए उसका दूसरा और तीसरा साल बहुत ही महत्वपूर्ण होता है। पहला साल तो आपको कंपनी अथवा डिस्ट्रीब्यूशन स्थापित करने में ही गुजर जाता है। आपकी सेल भी ज्यादा नही होती। आप काम पर पैसा लगा चुके होते है किन्तु अभी प्रोडक्ट्स की मूवमेंट ज्यादा नही होती। आपकी सप्लाई भी कम ही… Continue reading किसी भी कंपनी या फ्रेंचाइजी डिस्ट्रीब्यूटर्स के लिए उसका दूसरा और तीसरा साल उसकी दिशा तय करता है

हमारा समाज और स्वास्थ्य सेवाएं ! क्या कारण है कि हम अपने स्वास्थ्य के प्रति इतने उदासीन है

भारतीय समाज को समझ पाना बहुत ही मुश्किल है। अधिकतर मैंने उनको  उन चीज़ो के लिए आंदोलन या विरोध करते हुए देखा है जो ज्यादा महत्व  नहीं रखते। लोग पेट्रोल के लिए सड़क पर उतर आएंगे ,   रेलवे के किराये के लिए , टैक्स बढ़ने के लिए या टोल टैक्स लगाने के  विरोध में। पर कभी मैंने… Continue reading हमारा समाज और स्वास्थ्य सेवाएं ! क्या कारण है कि हम अपने स्वास्थ्य के प्रति इतने उदासीन है

प्रोडक्ट लिस्ट बनाते वक़्त ध्यान रखे ये बाते

प्रोडक्ट लिस्ट किसी भी फ्रेंचाइजी कंपनी  का बड़ा हथियार है। आपके किसी भी क्लाइंट के सामने आपकी प्रोडक्ट लिस्ट ही सबसे पहले देखी जाने वाली वस्तु है। आप किसी डील को फाइनल कर पाते है या नही ये बहुत हद तक आपकी प्रोडक्ट्स रेंज पर निर्भर करता है। कोई भी डिस्ट्रीब्यूटर आपकी प्रोडक्ट लिस्ट में… Continue reading प्रोडक्ट लिस्ट बनाते वक़्त ध्यान रखे ये बाते

किसी भी काम में सफल होना कभी भी आसान नही था। इसके लिए चहीहे मेहनत, भरोसा, लगन , तत्प्रत्ता और स्मार्ट वर्क।

आज की इस भाग दौड़ वाली जिंदगी में हर कोई चाहता है कि वो दुनिया की हर चीज़ हासिल कर ले। पर उनमे से कितने ऐसे है जो प्रयास करते है और कितने ऐसे है जो अपने जनून को पाने की मेहनत करते है। एक आर्टिकल में अमेरिका में बढ़ रही मोटापे की समस्या के… Continue reading किसी भी काम में सफल होना कभी भी आसान नही था। इसके लिए चहीहे मेहनत, भरोसा, लगन , तत्प्रत्ता और स्मार्ट वर्क।

केश किंग के इमामी द्वारा खरीदे जाने का फार्मा फ्रेंचाइजी मार्किट पर असर

केश किंग के इमामी द्वारा खरीदे जाने जैसे वाकये भारत में कम ही देखने को मिलते है और इस डील का महत्व इसीलिए भी बढ़ जाता है क्योंकि ये उत्तर भारत की किसी फार्मा या आयुर्वेदिक कंपनी के साथ होने वाली बहुत कम डील्स में से एक है। गत दिवस  जो न्यूज़ फार्मा में काफी… Continue reading केश किंग के इमामी द्वारा खरीदे जाने का फार्मा फ्रेंचाइजी मार्किट पर असर

भारत के छोटे जेनेरिक दवा निर्माता और अमेरिकी खाद्य एवं औषधि प्रशासन (एफडीए)

भारत के छोटे जेनेरिक दवा निर्माता कम्पनियो को अमेरिकी बाजार में खोई  प्रतिष्ठा और मुश्किल विनियमन के साथ निपटने के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है। जिसकी वजह से उन्हें कम फायदे और बाहर के बाजार में सम्भावने  तलाशनी पड़ रही है।  दो साल पहले रैनबैक्सी पर हुए 500 बिलियन US  डॉलर के बहुचर्चित जुर्माने के बाद 15 मिलियन… Continue reading भारत के छोटे जेनेरिक दवा निर्माता और अमेरिकी खाद्य एवं औषधि प्रशासन (एफडीए)

डर एक सीमा तक ठीक है जहां तक वो हमे सही रस्ते पर टिकाये रखता है। और रिस्क तब तक ठीक है जब तक वो हमे अपने वजूद से जोड़े रखता है।

जरूरी नही की मात्र पैसे से ही खुद का काम शुरू किया जा सकता है। अपने छोटे से करियर मै मैने बहुत से लोगो को देखा है जो आर्थिक तंगी होने के बहुजूद भी खुद की कंपनी शुरू कर कामयाब हो जाते है। क्या कारण है कि हर सुविधा होने के बाहुजूद भी अधिकतर लोग… Continue reading डर एक सीमा तक ठीक है जहां तक वो हमे सही रस्ते पर टिकाये रखता है। और रिस्क तब तक ठीक है जब तक वो हमे अपने वजूद से जोड़े रखता है।