प्रोडक्ट लिस्ट बनाते वक़्त ध्यान रखे ये बाते

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प्रोडक्ट लिस्ट किसी भी फ्रेंचाइजी कंपनी  का बड़ा हथियार है। आपके किसी भी क्लाइंट के सामने आपकी प्रोडक्ट लिस्ट ही सबसे पहले देखी जाने वाली वस्तु है। आप किसी डील को फाइनल कर पाते है या नही ये बहुत हद तक आपकी प्रोडक्ट्स रेंज पर निर्भर करता है। कोई भी डिस्ट्रीब्यूटर आपकी प्रोडक्ट लिस्ट में से वो ही प्रोडक्ट्स सेलेक्ट करेगा जो उसकी जरूरत के होंगे। इसीलिए नए प्रोडक्ट्स और प्रोडक्ट्स लिस्ट तैयार करने से पहले पूरी तरह मार्किट रिसर्च कर लेनी चाहिए। एक प्रोडक्ट लिस्ट को तैयार करते वक़्त निचे दी गयी कुछ बातो का ध्यान रखना चाहये :

१. आपकी प्रोडक्ट लिस्ट में आपका पूरा पता होना चाहिए। हो सके तो अपने प्रतीक चिन्ह (logo) का भी उचित जगह प्रयोग करे। पार्टी के मन हमेशा संका रहती है कंपनी की वास्विकता और विस्वसनीयता की। प्रोडक्ट लिस्ट में दी गयी कांटेक्ट डिटेल पूरी तरह सही होनी चाहिए। जो जानकारी जरूरी नही है उसे प्रोडक्ट लिस्ट में न डाले।
२. अपने प्रोडक्ट के सामने पूरी डिटेल लिखे जैसेकि उसका ब्रांड नाम , कम्पोजीशन , पैक, रेट , एमआरपी , स्कीम इत्यादि। कोशिस करे कि ब्रांड नाम कैपिटल लैटर में ही लिखे। कम्पोजीशन में मॉलिक्यूल का पूरा नाम उसकी मात्रा के साथ लिखे। रेट्स मार्किट के अनुसार निर्धारित करे। फार्मा मार्किट में रेट बहुत ज्यादा मायने रखते है।
रिलेटेड आर्टिकल : नेट रेट्स  और एमआरपी को कैसे निर्धारित करे। 
३. प्रोडक्ट्स को अच्छी तरह विभाजित कर , अच्छी तरह कैटेगरी में डालना चाहिए ताकि आप प्रोडक्ट लिस्ट को टेक्निकल लुक दे सके। आप प्रोडक्ट लिस्ट को उसके यूज़ के अनुसार (use ) , दवा की रूप के अनुसार (dosage फॉर्म) इत्यादि के अनुसार।
४. प्रोडक्ट लिस्ट में आपकी टर्म एंड कंडीशन की पूरी जानकारी होनी चाहिए। अपनी सभी कंडीशंस पहले ही तय हो जाये वही अच्छा होगा आपके  भी और पार्टी के लिए भी। टर्म और कंडीशंस भी एक बहुत बड़ी वजह होती है बिज़नेस रिलेशनशिप ख़राब होने का। बिज़नेस रिलेशनशिप ख़राब होने का मतलब है बिज़नेस लॉस।
५. प्रोडक्ट लिस्ट आपके चहरे का काम  करती है। पार्टी को आपकी कंपनी की हर डिटेल आपकी प्रोडक्ट लिस्ट से मिल जानी चाहिए।
६. अपने लॉन्चिंग प्रोडक्ट्स को लिस्ट में डालना न भूले क्यों कि इससे आपकी इमेज पर बहुत बड़ा फर्क पड़ता है। पार्टी की नजर में इसका सकारात्मक असर पड़ेगा।
७. प्रोडक्ट लिस्ट में उन्ही प्रोडक्ट्स का रखिये जो आपके पास उपलब्ध हो। प्रोडक्ट जो आप रेगुलर बेसिस पर नही बनाते उन्हें प्रोडक्ट ओन डिमांड कैटेगरी में रख सकते है।
८. टैक्स से संबंधित सभी शर्तो को प्रोडक्ट लिस्ट में जरूर लिखे

यहाँ हम प्रोडक्ट लिस्ट का उदहारण पेश कर रहे है।  अगर आप को लगता है कि इसमें कुछ परिवर्तन की आवश्कता है तो आप हमे कमेंट कर सकते है या हमारी इ-मेल आई डी पर लिख सकते है pharmafranchiseehelp@gmail.com

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