क्या ब्रांड नाम को ट्रेड मार्क रजिस्टर्ड करना जरूरी है या नही। अगर हाँ ! तो इसकी क्या प्रकिर्या होती है।

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सवाल : मेरी क्वेरी प्रोडक्ट्स के ब्रांड नाम से जुडी हुई है। क्या ब्रांड नाम को ट्रेड मार्क रजिस्टर्ड करना जरूरी है या नही। अगर हाँ ! तो इसकी क्या प्रकिर्या होती है। उदाहरण के तौर पर अगर मेरा ब्रांड नाम ABC है और मै इसे पारासिटामोल के ब्रांड के तौर पर रखना चहुँ तो क्या इसका ट्रेड मार्क रजिस्ट्रेशन जरूरी है या मै साल्ट नाम के साथ ब्रांड नाम लिख सकता हूँ ?

जवाब : ब्रांड नाम का ट्रेड मार्क रजिस्ट्रेशन अनिवार्य तो नही होता किन्तु आपके ब्रांड नाम की सुरक्षा और भविष्य में किसी भी परेसानी से बचने के लिए ट्रेड मार्क रजिस्ट्रेशन जरूरी है। कुछ समय पहले ड्रग डिपार्टमेंट भी ब्रांड नाम से ही दवा को अप्प्रोव करता था। किन्तु बाद में उसने मॉलिक्यूल / साल्ट नाम से प्रोडक्ट्स को अप्प्रोव करना शुरू कर दिया। जिससे आपके ब्रांड नाम की किसी भी सरकारी दस्तावेजो में लिखित नही होता।

किसी भी ब्रांड नाम को प्रसारित करने से पहले आपका यह जान लेना जरूरी है कि आपका ब्रांड नाम केवल एक नाम मात्र नही है , यह आपकी पहचान है। ब्रांड के सफल होने के बाद हो सकता है कि आपको पता लगे की ओर भी कोई इसी नाम से मार्किट में प्रोडक्ट बेच रहा हो तो आप दिक्क्त में आ सकते है।  शुरुआत में सभी ब्रांड नाम का ट्रेड मार्क रेजिस्ट्रेशन करना किसी भी स्टार्ट-अप कंपनी के लिए संभव नही हो पता। किन्तु कंपनी का नाम और कुछ बड़े ब्रांड नाम को रजिस्ट्रेशन प्रकिर्या में डाला जा सकता है।

ट्रेड मार्क की प्रकिर्या काफी लम्बी होती है। 1 साल से लेकर 3 साल तक इस प्रकिर्या में लग सकते है ब्रांड के नाम के रजिस्ट्रेशन में किन्तु आप ट्रेड मार्क नंबर आने के बाद नाम के साथ TM शब्द का प्रयोग  सकते है। पर नाम के रजिस्ट्रेशन के बाद ही आप R शब्द का प्रयोग कर सकते है।

ब्रांड नाम की फीस आम तौर 4000 के आस पास है। लेकिन जो भी वकील ट्रेड मार्क रजिस्ट्रेशन को देखते है वह आपसे 1000 से लेकर 3500 तक की अपनी सेवाओ की फीस ले सकते है जो कि सरकारी फीस से अलग होती है। आप खुद भी रजिस्ट्रेशन प्रकिर्या को कर सकते है किन्तु इस प्रकिर्या की आउटसोर्सिंग ही ज्यादा उचित होती है। अपने प्रोडक्ट का नाम चुनने के बाद आप उस नाम को  http://ipindiaservices.gov.in/tmrpublicsearch/frmmain.aspx इस साइट पर सर्च कर सकते है। आपको मालूम पड़ जायेगा कि आप जो नाम रखना चाहते है वह किसी ओर प्रोडक्ट का तो नहीं है। अगर आपका बजट काफी कम है तो आप बिना ट्रेड  मार्क रजिस्ट्रेशन के काम शुरू कर सकते है किन्तु कुछ समय बाद आपको इसकी तरफ ध्यान देना आवश्यक है।

अगर आप मार्केटिंग कंपनी है तो मैन्युफैक्चरर को ब्रांड के नाम का एफिडेविट देना पड़ता है जिसमे लिखा होता है कि ब्रांड नाम आपकी सम्पति है और मैन्युफैक्चरर से उसका कोई संबंध नही है। अगर ब्रांड नाम से जुडी कोई भी समश्या भविष्य में होती है तो उसके लिए मैन्युफैक्चरर की कोई जिम्मेदारी नही है।

दवा की पैकिंग पर जेनेरिक नाम और ब्रांड नाम दोनों ही लिखे होती है जेनेरिक दवा में दवा का नाम ज्यादा महत्व नही रखता किन्तु अगर आप ब्रांडेड या PCD मार्किट में कदम रख रहे है तो आपका ब्रांड नाम ही आपकी पहचान है। आप अपने प्रोडक्ट्स के नाम का कम आंकलन नही कर सकते। मार्किट में लोग आपको आपके ब्रांड नाम और आपकी कंपनी के नाम से जानेंगे।

किसी भी डिटेल और क्वेरी के लिए आप हमे सम्पर्क कर सकते है : Ajay Kamboj E-mail: pharmafranchiseehelp@gmail.com Facebook: www.facebook.com/pharmafranchiseehelp
Blog: https://pharmafranchisehelp.com/

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