कैसे निर्धारित करे फार्मा फ्रेंचाइजी कंपनी में नेट रेट्स और मार्जिन

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अगर आप PCD (प्रोपेगंडा कम डिस्ट्रीब्यूशन) कंपनी शुरू करना या उसके साथ जुड़ना चाहते है तो सबसे पहले आपको पता होना चाहये कि आपको अपने लाभ की  कैसे गणना करनी है।  फार्मा फ्रेंचाइजी कम्पनियो का एक बहुत ही सरल तरीका होता है। ब्रांड नाम, कम्पोजीशन , पैकिंग, रेट्स , एमआरपी और स्कीम मुख्य रूप से प्रोडक्ट लिस्ट में स्यामिल किये जाते है। सबसे बड़ी बात  होती है अपने प्रोडक्ट्स और ब्रांड नाम का चुनाव करना। 

सामान्य लेख : कैसे तैयार करे प्रोडक्ट लिस्ट

कच्चे माल (RAW MATERIAL ) नेट रेट्स की गणना बड़ी ही अहम होती है क्यूंकि प्रतिस्पर्धा में बने रहने के लिए आपको गुणवत्ता के साथ साथ कम से कम कीमत की भी आवश्यकता होती है। कच्चे माल (RAW MATERIAL )के रेट्स घटते बढ़ते रहते है किन्तु आप अपने नेट रेट्स को कम  या ज्यादा नही कर सकते। आपको अपने रेट्स को एक निर्धारित समय के लिए एक जैसा ही रखना पड़ेगा इसलिए नेट रेट्स को काफी सोच समझ कर ही निर्धारित करना चाहिए। 

नेट्स रेट्स को निकलने के लिए निचे दिया सूत्र उपयोग किया जा  सकता है या आप बाजार में चल रहे रेट्स के हिसाब से अपना दवा मूल्य निर्धारित कर सकते है। 

कुल लागत = विनिर्माण लागत(Manufacturing cost) + पैकिंग लागत (Packing Material Cost) + कर(taxes ) + ढुलाई लागत (Transportation) + प्रचार सामग्री लागत (Promotion Material) + दूसरे ख़र्चे 

तो इस फॉर्मूले से हम नेट रेट्स की गणना कर सकते है। नेट रेट्स के लिए हमे पहले अपना लाभ प्रतिशत तय करना होगा। ये आपको तय करना पड़ेगा की आप किस प्रतिशत पर अच्छी तरह काम कर सकते है। सभी कंपनिया या विभाग अपना लाभ प्रतिशत अलग -अलग तय करते है या रखते है। 

नेट रेट्स = विनिर्माण लागत + लाभ प्रतिशत लाभ प्रतिशत का निर्धारण करने से पूर्व आपको कही तरह के छुपे खर्चो को देखना पड़ता है।  जैसेकि आपके ऑफिस के रख रखाव के खर्चे , स्टाफ के संख्या , दैनिक खर्चे इत्यादि। अगर बिक्री अच्छी है और खर्चे कम तो आप नेट रेट्स को कम रख कर ज्यादा प्रतिस्पर्धा कर सकते है मार्किट में।  कम खर्चे होने की वजह ही है की मार्केटेड बई (marketed by ) कंपनिया भी विनिर्माण (manufacturing ) करने वाली कम्पनियो से प्रतिस्पर्धा कर पाती है।  मार्केटेड बई (marketed by ) कम्पनियो के खर्चे न के बराबर होते है जबकि विनिर्माण करने वाली कम्पनियो को अपने लाभ का एक बड़ा हिस्सा खर्चे के तौर पर निकालना पड़ता है। 

दूसरे खर्चो में पी सी डी (PCD) कम्पनियो विसुअल ऐड , सैंपल पैक्स , सैंपल , लीफ बिहाइंड कार्ड्स, बैग , राइटिंग पैड्स, डायरी , कैलेंडर , पैन इत्यादि को शामिल करना पड़ता है। ये सब चीज़े अधिकतर निशुल्क ही दी  है। एक ये भी कारण माना जाता है जिन की वजह से इन कम्पनियो के रेट्स जेनेरिक दवाओ से महंगे होते है। 

कम्पनियो के बारे में तो हमने जान लिया। अब जानते है कि फ्रेंचाइजी डिस्ट्रीब्यूटर्स अपने लाभ और खर्चो को कैसे गणित करता है। मान लेते है कि किसी प्रोडक्ट्स की कीमत 35/- है और हमे वह 10/- के नेट रेट पड़ रही है। अब हमे गणना करनी है अपने लाभ और खर्चो की। टैक्स और ढुलाई लागत को मिलाकर हो सकता है की प्रोडक्ट की लागत 11/- हो गयी हो। 

अब लगाइए कि 20% (कुछ जगह मुक्त स्कीम के साथ ) लाभ आपको केमिस्ट या रिटेलर को देना पड़ेगा। जोकि कच्चे तौर पर 8/- के आस पास रहेगा। तो अब आपके पास है 27/-    आपको 10% के आस पास डिस्ट्रीब्यूटर को भी देना होगा अगर आपके पास अपना ड्रग लाइसेंस और सेल टैक्स नंबर नहीं है। आप डिस्ट्रीब्यूटर को दवा के एमआरपी के 70% के आस पास देंगे। अगर हम गणना करते है तो ये 24.50 आता है। इस हिसाब से डिस्ट्रीब्यूटर लाभ = रिटेल प्राइस -ट्रेड प्राइस (27 -24.5 = 2.5 /- जोकि लगभग 10% के बराबर होता है। 

अब आपके पास है 24.50 /- जिसमे से 11 /- आप पहले ही खर्च कर  हो। इस हिसाब से बकाया है 13.50 /- . एमआरपी का 25 से 30%  डॉक्टर की कमीशन , गिफ्ट , टूर और दूसरी चीज़े में खर्च हो जाते है जोकि 8.75 से 10.5 /- के आस पास होगी। 

13.50 में से अगर ऊपर दी हुई राशि को निकाल दे तो यह 3 से 4.75 /- . यह एक उदहारण है। अगर हम व्यवारिक तौर पर देखे तो २० से 35 तक लगा सकते है। 

प्राइस लिस्ट का उदहारण :  

प्रोडक्ट नेट रेट ट्रेड रेट एमआरपी 
अ बी 10/-24.50/-35/-
डी फ 12/-28/-40/-
जी इ 9/-21/-30/-

   एमआरपी और नेट रेट्स प्रोडक्ट और मार्किट डिमांड के अनुसार परिवर्तित होते रहते है लेकिन 4/1 यानि 4 एमआरपी पर 1 का नेट रेट्स वाली पालिसी ज्यादातर कारगर साबित होती है। किन्तु कम एमआरपी आपको ज्यादा अच्छी मार्किट पकड़ प्रधान करता है। 

हमेशा हर चीज़ को संतुलित कर के चलिए। मार्जिन उतना ही उचित है जिस में आप मार्किट में प्रतियोगता भी कर पाओ और आगे बढ़ने के लिए भी प्रचुर मात्रा में संसाधन एकत्रित हो सके। 

धन्यवाद 

अगर आप किसी को मेरे इस लेख से आपत्ति है या कोई सुझाव है तो कृपया हमे लिखे pharmafranchiseehelp@gmail.com

अगर आप फ्रेंचाइजी मार्केटिंग शुरू करना चाहते है या खुद की कंपनी शुरू करना चाहते है तो भी बिना किसी संकोच के हमे लिख सकते है

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4 comments

  1. Hello sir, me apni khud k ek Ayurvedic product manufacturing krna chahta hu. par eske bre m mujhe kuch jankri nhi h. k Ayurvedic manufacturing k liy licence kaha se, kese lena h. ky kharche h.ky formeltis h. rul reguleshn. ky krna h. ya sirf 1,product k liy manufacturing krne k liy koi license k nhi jrurt. ap mujhe puri jankari deskte h. k ky kese krna chiy.
    (vikash(sonu)kharbanda Allahabad.
    ph=9807992658.w,ap=9336749022..

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