हमारा शरीर एक अलार्म की तरह काम करता है। आप जैसे इसे सेट कर लोगे यह हो जायेगा। हमे भूख एक निश्चित समय पर लगती है , नींद निश्चित समय पर आती है। समश्या पैदा होती है जब हमारा शरीर प्रकृति के विरुद्ध अपने अलार्म को सेट कर लेता है। शास्त्रो में कहा गया है कि ब्रह्म महूर्त में जागना चाहिए। आधे से ज्यादा रोग तो स्वयं ही दूर हो जाते है।
आईये आज आपकी सेहत से जुड़ी कुछ बातो पर गौर डालते है जो आपके काम करने के स्तर को भी अधिक उन्नत करेगा।
देर से जागना :
सुबह देर तक सोने से हमारे शरीर को सुबह की ठंडक नही मिल पाती। सूर्य उदय होने से पहले जागने से हमारे शरीर के रोम छिद्रो को ठंडक मिलती है जिससे शरीर में कोशिकाओ की ग्रोथ अच्छी तरह होती है। ठंडक मिलने से मस्तिक और ह्रदय को ताजगी एवं ऊर्जा मिलती है जो दिन भर काम करने की शक्ति पैदा करती है। धुप निकलने से पहले वायु में ऑक्सीजन की मात्रा ज्यादा होती है जिससे शरीर को पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन मिल जाती है।
रात को देर से सोना :
अगर आपको देर रात तक काम करनी की आदत है तो उसे बदल दीजिये। रिसर्च भी यही बताती है कि फ्रेश दिमाग ही फ्रेश आईडिया सोच सकता है। अपने दैनिक जीवन में कुछ परिवर्तन लाहिए और फिर देखिये उसका असर। रात को देर तक जागने की बजाय अगर सुबह जल्दी उठा जाये तो उसके दो फायदे होंगे। एक तो आपकी सेहत अच्छी रहेगी और दूसरा सुबह सुबह आप ज्यादा लगन और फ्रेश दिमाग से काम करेंगे। नए नए आईडिया आएंगे काम को ज्यादा बेहतर तरीके से करने के।
सुबह की चाय (बेड टी ):
सुबह सुबह कुछ लोगो को चाय चाहिए। जबकि सुबह उठते ही सबसे पहले भर पेट पानी का सेवन करना चाहिए। एक तो ये आपका पेट साफ़ रखेगा जोकि बहुत सारी बीमारियो का घर है। और दूसरा आपकी सुबह चाय पिने की आदत से छुटकारा दिलाएगा। सुबह खाली पेट पानी पीने के जहा बहुत सारे है जबकि चाय में कैफीन होता है जो आपके दिन के एनर्जी स्तर को बढ़ाने के बजाय कम कर देता है।
ज्यादा देर तक बैठे रहना :
एक जगह ज्यादा देर तक बैठे रहना या ज्यादा मुलायम कुर्सी पर बैठना आपकी सेहत के लिए खतरनाक है। हो सके तो बीच बीच में टहल कदमी करते रहना चाहिए। इससे एक तो आपके शरीर की अकड़न ख़त्म होगी और दूसरा आपकी आँखों को भी आराम मिलेगा। ज्यादा बैठे रहने से बवासीर होने की सम्भवना बढ़ जाती है। पाचन शक्ति पर भी विपरीत असर पड़ता है।
ऑफिस में बार बार कॉफ़ी का सेवन करना :
कॉफ़ी में कैफीन काफी मात्रा में पाया जाता है। कैफीन शुरूआत में तो आपकी एनर्जी को बढ़ाता है लेकिन लगातार उपयोग में लाने से यह आपके एनर्जी लेवल का कम कर देता है। कैफीन काम में ध्यान भी नही लगने देता। आपका मन विचलित सा हुआ रहता है। आप काम में अपना 100% नही दे पाते। कैफीन आपके तनाव हार्मोन्स के स्तर को भी बढ़ाता है।
अपने स्टाफ के लोगो से बात ना करना :
ऑफिस गॉसिप्स आपको हो सकता है न पसंद हो मगर हंसी मजाक या हलकी पुलकि बाते तो हो ही सकती है। एक दूसरे से बाते शेयर करने से तनाव स्तर कम होता है। रिसर्च भी बताती है कि गॉसिप्स आपके ह्रदय के लिए बहुत लाभदायक होती है। जरूरी नही गॉसिप्स में किसी की चुगली हो। हेल्थी गॉसिप्स भी की ही जा सकती है।
धन्यवाद।
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